श्री मद भगवद् गीता क्या है?
वैसै तो इस प्रश्न का उत्तर देना अत्यंत कठिन कार्य है परन्तु साधारण मनुष्य के नाते मैं इसका उत्तर साधारण शब्दों में देने की कोशिश कर रहा हूँ।
हममें से बहुत से लोगों ने गीता का बस नाम ही सुना होगा। कुछ ने वो भी नहीं सुना होगा। पर एक प्रश्न सबके मनमें आता होगा कि आखिर क्या है भगवद् गीता।
साधारण शब्दों में गीता का अर्थ है गीत या गाना या गान तो गीता का शाब्दिक अर्थ हुआ गीत। किन्तु इसकी इतनी उपयोगिता क्यो हैं यह जानने के लिए महाकाव्य महाभारत के सार को समझना होगा।
महाभारत काव्य का प्रमुख उद्देश्य जीवन में हो रहे कार्यों के प्रति हमें जागरूक रहने व जीवन के अच्छे बुरे नजरिए से देखने के लिए हमें प्रेरित करता है।
तो बात यहाँ पर आकर समाप्त हो जाती है कि हमारे जीवन में गीता का क्या महत्व है और इसे सभी वेद पुराणों का सार क्यो कहा गया है।
जीवन में प्रत्येक मनुष्य जिसने जन्म लिया है तथा जो मृत्यु को प्राप्त अवश्य होगा। तो मृत्यु व जीवन के मध्य होने वाले समय में जीवन की धारा किस रूप में बहे जिससे हमें अनन्य शांति की प्राप्ति हो यही गीता विस्तृत रूप से दर्शाया गया है।
गीता का मुख्य उद्देश्य सार्थक जीवन जो जीते हुए अन्ंत शांति की ओर पहुँचा जा सकता है। विश्व में हो रही गतिविधियों को यदि प्रत्येक मनुष्य मानवता की दृष्टि की से देखे और अपने अपने कर्तृव्यों का भली प्रकार आचरण करे तो वह एक सफल जीवन की परिभाषा को भली भाँति परिपूर्ण करेगा अर्थात् सफल जीवन कहलाएगा।
तो जीवन को जीने की कला है गीता या यूँ कहे जीवन को सार्थक करने की नियमावली है श्री मद् भगवद् गीता।